ऋषि तिवारी
नोएडा। दिल्ली-एनसीआर में गांजा तस्कर हर दिन नए हथकंडे अपना कर पुलिस को चुनौती दे रहे है लेकिन गौतमबुद्ध नगर पुलिस कमिश्नरेट की नवगठित क्विक रिस्पांस टीम (क्यूआरटी) और थाना सेक्टर-20 पुलिस ने संयुक्त रूप से कार्रवाई करते हुए मामा-भांजा गिरोह के दो सदस्यों को डेढ़ कुंटल गांजा के साथ गिरफ्तार कर लिया। जो कि अपने वाहन के बजाए पुलिस से बचने के लिए जूम एप के जरिए लक्जरी कारे बुक करा कर उसमें गांजा तस्करी कर रहे थे। तस्करी के लिए यह गांजा ओडिशा से कारों के बोनट में छुपा कर ला रहे थे। पुलिस की गिरफ्त में मामा आ गया है लेकिन भांजा फरार हो गया है। जिसकी तलाश का दावा पुलिस कर रही है।
जानकारी के मुताबिक स्ट्रीट क्राइम को रोकने के लिए पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने एडीसीपी क्राइम शक्ति मोहन अवस्थी की अगुवाई में एक क्विक रिस्पांस टीम का गठन किया है। इस टीम के प्रभारी उपनिरीक्षक सतवीर सिंह को बनाया गया है। इस टीम और थाना सेक्टर-20 पुलिस ने संयुक्त अभियान में मुखबिर की सूचना पर दो लक्जरी कारों स्कार्पियो व रेनॉल्ट कार से डेढ़ कुंटल गांजा विनायक अस्पताल के पास बरामद किया। पकड़े गए तस्करों की पहचान ब्रहमपुत्र एक्लेव, सिद्वार्थ विहार, गाजियाबाद निवासी विकास शर्मा व बिजनौर निवासी कपिल चौधरी के रूप में हुई।
नोएडा जोन के डीसीपी विद्या सागर मिश्रा ने बताया कि पकड़े गए गांजा तस्कर जू मैप के जरिए लग्जरी गाडिय़ों को बुक करते थे इसके बाद वह कार के खाली स्थान में गांजे के पैकेट को छुपा कर रख देते थे। लग्जरी गाडिय़ों को तस्करी में इसलिए प्रयुक्त किया जाता था कि अक्सर पुलिस उन्हें चेकिंग के लिए नहीं रुकती थी। नशे की यह खेप ओडिशा से लाने के बाद इसे नोएडा ग्रेटर नोएडा दिल्ली में एनसीआर में सप्लाई किया जाता था। इस बात का पता लगाया जा रहा है कि यह तस्कर किन-किन लोगों को गंजे की सप्लाई देते थे।
जूम एप के जरिए कर रहे है वारदात
गिरफ्तार तस्करों के मुताबिक जूम एप के जरिए तस्करों ने दो कारों को बुक कराया। कार उपलब्ध कराने वालों और उसे बुक कराने वालों के बीच केवल एप इंस्टाल होने के बाद चैटिंग के जरिए ही संवाद होता है। कार आठ घंटे के लिए बुक कराने पर 14 हजार रुपये कंपनी लेती है। कार बुक कराने के बाद पेमेंट ऑन लाइन जमा करने के बाद आप के बजाए स्थान पर कार आ जायेगी और कार देने वाला व्यक्ति आप को चाभी दे जायेगा। जितने दिन या घंटे के लिए आप ने बुक कराई है आर स्वयं उसे चलाने के बाद खड़ी कर देंगे और कंपनी को मैसेज व लोकेशन डाल देंगे। कंपनी का कर्मचारी वहां पहुंच कर कार ले जायेगा। इन तस्करों ने चार दिन के लिए कार बुक करा रखी थी।
साले की हत्या के आरोप में जेल जा चुका है कपिल चौधरी
थाना प्रभारी सेक्टर-20 डीपी शुक्ला ने बताया कि गिरफ्तार कपिल चौधरी अपने साले की हत्या में पहले भी जेल जा चुका है। गांजा तस्करी वह अपने भांजे कुनाल के साथ करता है। कुनाल पुलिस की छापेमारी के दौरान फरार हो गया। जिसकी तलाश की जा रही है। स्कार्पियो व रेनॉल्ट कार की तलाशी लेने पर उसमें से अलग-अलग स्थान में छुपाकर रखा गया 102 किलो गांजा बरामद हुआ। आरोपियों ने गाड़ी की इंजन में भी गांजे के पैकेट छिपा रखे थे। पकड़े गए आरोपियों ने अपने नाम विकास शर्मा व कपिल चौधरी तथा फरार साथी का नाम कुणाल शर्मा बताया। फरार कुणाल पकड़े गए विकास का भांजा है।