ऋषि तिवारी
ग्रेटर नोएडा। इंडियन पॉल्यूशन कंट्रोल एसोसिएशन (IPCA) ने आज अपने ग्रेटर नोएडा स्थित रीसाइक्लिंग यूनिट में एक नई प्लास्टिक रीसाइक्लिंग मशीनरी लाइन का उद्घाटन किया, जिससे प्लांट की संचालन क्षमता में महत्वपूर्ण वृद्धि होगी। यह नई लाइन प्रति वर्ष 5,000 टन प्लास्टिक कचरे को रीसायकल करने की क्षमता रखती है, जो कि लगभग 13 टन प्रति दिन है।
रीसाइक्लिंग मशीनरी की यह नयी लाइन प्रतिदिन इस मात्रा में प्लास्टिक कचरे को रीसायकल करके लैंडफिल में जाने वाले प्लास्टिक कचरे को कम करेगा। उल्लेखनीय है प्लास्टिक कचरे से रीसायकल की गयी सामग्री लकड़ी के उत्पादों की तुलना में अधिक टिकाऊ विकल्प प्रदान करती हैं बल्कि इसके उपयोग से बने उत्पादों द्वारा पर्यावरण संरक्षण में महत्वपूर्ण योगदान होगा। प्रोजेक्ट के अंतर्गत रीसायकल सामग्री का उत्पादन पर्यावरण की दृष्टि से वनों की कटाई को रोकने हेतु ये सर्वश्रेठ विकल्प है।
इस विस्तार के बाद, आईपीसीए प्लांट की कुल रीसाइक्लिंग क्षमता अब 15,000 टन प्रति वर्ष हो जाएगी, जो कि प्रति दिन 41 टन प्लास्टिक कचरे को पुन: प्रयोग हेतु तैयार करना की ओर एक अगला कीर्तिमान स्थापित करेगा। यह नई लाइन प्रोजेक्ट ड्रॉप (Develop Responsible Outlook for Plastic) फेज़ II के तहत विकसित की गई है, जो कि किआ इंडिया प्राइवेट लिमिटेड की कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी (CSR) पहल है और आईपीसीए द्वारा संचालित की जा रही है।
प्रोजेक्ट ड्रॉप को 2022 में लॉन्च किया गया था, जिसका उद्देश्य नागरिकों के बीच प्लास्टिक के प्रयोग और निपटान के प्रति सामाजिक उत्तरदायित्व के दृष्टिकोण को विकसित करना है। यह पहल गुरुग्राम, मुंबई, विजयवाड़ा, विशाखापत्तनम और बैंगलोर सहित विभिन्न परियोजना स्थलों पर प्लास्टिक कचरा प्रबंधन प्रणाली को बेहतर बनाने में सहायक साबित हुई है जो प्लास्टिक कचरे के संग्रहण , पृथक्करण एवं रीसायकल के लिए समाधान प्रदान करती है।
इस प्रोजेक्ट के दूसरे चरण के अंतर्गत ग्रेटर नोएडा में इस नयी रीसाइक्लिंग लाइन में उन्नत तकनीक के माध्यम से कम प्लास्टिक कचरे को चिप बोर्ड में रीसायकल कर टिकाऊ उत्पादों में परिवर्तित किया जा सकेगा। प्रोजेक्ट ड्रॉप के स्थलों से एकत्रित प्लास्टिक कचरे को मटेरियल रिकवरी फैसिलिटी (MRF) में अतिरिक्त छटायी के बाद इस रीसाइक्लिंग यूनिट में लाया जाता है।
उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि श्री हरदीप सिंह बरार, सीनियर वाइस प्रेसीडेंट, किआ इंडिया प्राइवेट लिमिटेड सहित आईपीसीए संस्थापक निदेशक आशीष जैन, उपनिदेशक राधा गोयल, सचिव अजय गर्ग सहित कई गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति रही ।
इस नई सुविधा के साथ, आईपीसीए प्लास्टिक कचरा प्रबंधन के लिए स्थायी समाधान प्रदान करने, पर्यावरण संरक्षण एवं सामुदायिक कल्याण में योगदान देने की अपनी भूमिका को और अधिक सशक्त कर रहा है।
आईपीसीए के संस्थापक आशीष जैन ने उद्घाटन समारोह में सभी को संबोधित करते हुए किआ इंडिया प्राइवेट लिमिटेड को उनके CSR पहल प्रोजेक्ट DROP के लिए धन्यवाद किया साथ ही प्लास्टिक कचरे से रीसायकल की गयी चिप बोर्ड की विशेषताओं पर प्रकाश डाला जो की सालों से चली आ रही लकड़ी के प्रयोग को टक्कर दे सकती है।