ऋषि तिवारी
नोएडा। विदेशों में नौकरी दिलाने का झांसा देकर ठगी करने वाले फर्जी कॉल सेंटर सेक्टर 63 पुलिस ने भांडाफोड़ करते हुए 6 महिलाओं समेत नौ लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार लोगों में कॉल सेंटर का मालिक व उसकी पत्नी भी है। पुलिस के मुताबिक यह लोग विदेश में जाकर नौकरी करने वाली की इच्छा रखने वालों का डेटा फेसबुक, इंस्टाग्राम से निकालकर उन्हे स्टोर कीपर, स्टोर सुपरवाइजर, एडमिन आदि पर नौकरी दिलाने का झांसा दिया जाता था। इनके कब्जे से 24 लैपटॉप, 01 एपल टैब, स्वाइप मशीन, पेमेंट क्यू आर कोड, 10 एंड्रॉयड मोबाइल फोन बरामद किए गए है। यह अब तक 300 से ज्यादा लोगों से ठगी कर चुके है।
डीसीपी शक्ति मोहन अवस्थी ने बताया है कि साइबर हैल्प डेस्क पर पिछले कुछ समय से जानकारी मिल रही थी कि सेक्टर-63 के ई-ब्लॉक में बीयांड स्पार्क ओवरसीज नाम की एक कंपनी विदेश (कनाडा, सर्बिया आदि) में नौकरी दिलाने के नाम पर आवेदक के साथ धोखाधडी कर रही है। इस सबंध में केरल निवासी प्रमोद राघवन ने शिकायत की थी। इस शिकायत पर साइबर एक्सपर्ट और पुलिस टीम ने छापा मारा। जहां पुलिस ने 6 महिला और 3 पुरुष समेत नौ लोगों को गिरफ्तार किया। इनकी पहचान पंकज कुमार उसकी पत्नी मनप्रीत कौर, सोनू कुमार, राहुल सरोज, प्रशंसा कुलश्रेष्ठ दिपाली, महिमा अग्रवाल, ममता यादव, तनिष्का शर्मा के रूप हुई।
कंपनी के डायरेक्टर पंकज द्वारा बताया गया कि यह कंपनी उसकी पत्नी मनप्रीत कौर के नाम रजिस्टर्ड है। आवेदक को अपनी बातो पर यकीन दिलाने के लिये हम अपनी पहचान वाले जो पहले से कनाडा गए हुए है के वीजा और ऑफर लेटर व गूगल से निकाले हुए सैंपल आफर लेटर, वीजा व अन्य कागजात की फोटो को अपनी कंपनी के ग्राफिक डिजाइनर राहुल सरोज से बदलवा कर आवेदको को भेज देते थे। हमारे पास जिस भी आवेदक की फाइल आती थी हम केवल उसे नौकरी के पोर्टल पर अपलोड कर देते थें। जिससे आवेदक को बताया जा सके कि उसकी फाइल को आगे प्रोसेसिंग के लिए इमिग्रेसन डिपार्टमेंट में भेज दिया गया है। जबकि हमने न तो आज तक किसी की फाइल इमीग्रेसन डिपार्टमेन्ट में नौकरी के वीजा के लिए भेजी है। और न ही कनाडा या किसी अन्य देश में हमारा कोई एजेंट है ।