ऋषि तिवारी
नई दिल्ली। दिल्ली में फ्लैट बेचने के नाम पर बिल्डर मनमानी करते ही जा रहे है। आपको बता दे कि दिल्ली में आये दिन बिल्डरों की मनमानी बढ़ती ही जा रही है। जिसमें पुलिस, एमएलए और एमसीडी के आला अधिकारी भी सामिल होते नजर आ रहे है।
संध्या समय न्यूज के एक सर्वें में जानकारी मिली है कि दिल्ली में जितने भी बिल्डर खुल कर लूट रहे उन्हें दिल्लीक सरकार उनका साथ देते आये है। जिसमें आये दिन बिल्डीर से किसी भी आम या मिडल क्लास के लोगों का बहस होता आ रहा है। उसके बाद क्राईम हो जाता है। इसका यही कहा जा सकता है कि दिल्ली सरकार उस आम आदमी के विचार ना सुनकर बिल्ड रों के मनमाने को बढावा दे रहे है।
बताया जाता है कि बिल्डिर एक तो घर के पूरे पैसे ले लेते है बाद में उन्हेंं घर सही से बना कर और पानी और लाईट के नाम पर अनेक ठगी करते रहते है। क्योंूकि बिल्डर का काम होता है कि जिसका घर दे रहे है उसका पूरा काम लाईट से लेकर पानी तक सब सही कर देने की।
लेकिन दिल्लीे में ऐसा नहीं होता आ रहा है जिसमें यहा जमिन के रजिस्ट्री के अलग, पानी के अलग, और प्रोपर्टी के अलग लिये जाते है। जिसमें हाईकोर्ट के निर्देशों पर खरे उत्तर गये उन्हेंग प्रोपर्टी के कागजात तो दे दिये लेकिन उसके बाद घर में सही से काम ना होने और लाईट का नाम बदलवाना, पानी में नाम बदलवाना यह सब नहीं करवाते है। जिसमें वे पैसे तो ले लेते है। लेकिन काम नहीं कर देते है।
ऐसे में अगर कोई स्था निय पुलिस स्टेशन या दिल्लीत हेड पुलिस स्टेशन से भी सपोट मागता है तो भी बिल्डीर का ही सपोर्ट करते है क्यों्कि वह आम जनता को फसा दिया जाता है, क्योंाकि मिली भगत से बिल्डरर अपने आप को सही और आम जनता को गलत साबित कर देते है। बता दे कि आये दिन यही काम दिल्लीी में सबसे ज्याकदा डाबरी, मधु विहार, उत्तम नगर, मोहन गार्डन में ज्याडदा होते नजर आ रहे है। अगर सरकार इस पर इंकवारी बिठाती है तो कई बिल्डेर अंदर भी जा सकते है।
आपको बता दे कि संध्यात समय न्यूरज ने बिल्ड र की कार्यवाही के लिए पुलिस और दिल्लीं सरकार से गुहार लगा रही है। लेकिन यह काम ना होकर उलटा संध्याय समय न्यू,ज के प्रबंध संपादक पर न्यूलज ना लिखने के दबाव डाला जाता है।