डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी की 125वीं जयंती के अवसर पर शहीद भगत सिंह मंडल के गोष्ठी का आयोजन

ऋषि तिवारी
नोएडा। रविवार को भारतीय जनसंघ के संस्थापक अध्यक्ष डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी की 125वीं जयंती के अवसर पर शहीद भगत सिंह मंडल के गोष्ठी का आयोजन किया गया। ये गोष्ठी सेक्टर 93 के ग़ेजा भारत घर में रखी गई। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता के रूप में डॉ वी एस चौहान सीएमडी प्रकाश हॉस्पिटल, महानगर महामंत्री गणेश जाटव और मीडिया प्रभारी तन्मय शंकर रहे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता मंडल अध्यक्ष गौतम शर्मा ने करी, जिनके साथ दोनों मंडल महामंत्री राजवीर उपाध्याय और राकेश प्रसाद रहें। वी एस चौहान ने अपनी बात रखते हुए कहा “एक देश में दो निशान, दो विधान, दो प्रधान नहीं चलेंगे”, इसी मंत्र का उद्घोष करते हुए श्रद्धेय डॉ. मुखर्जी जी जम्मू-कश्मीर पहुंचे थे। वहीं उन्हें गिरफ्तार किया गया और संदिग्ध परिस्थितियों में उनका बलिदान हुआ था।
आज आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में श्रद्धेय डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी के इस संकल्प को पूरा किया गया। आज कश्मीर में धारा 370 और 35A नहीं है, और दो निशान, दो विधान, दो प्रधान भी नहीं हैं। गणेश जाटव ने कहा कि भारतीय जनसंघ के संस्थापक, परम श्रद्धेय डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी के विचार हमेशा से देश को आगे रखने के लिए रहते थे और तत्कालीन सरकार से हमेशा उनका मतभेद रहा जिसके चलते उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया और कश्मीर के लिए अपनी लड़ी जारी रखी।
तन्मय शंकर ने अपनी बात रखते हुए कहा कि श्रद्धेय डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने अपना पूरा जीवन अखंड भारत के जिस संकल्प के लिए अपना सर्वस्व समर्पित कर दिया, वह आज राष्ट्र के नवनिर्माण के साथ साकार हो रहा है। डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने साफ कह दिया था कि अपने ही देश में जाने के लिए हमको परमिट लेना पड़ेगा ये बिल्कुल भी स्वीकार नहीं है और उन्होंने कश्मीर को भारत से जोड़ने का प्राण लिया जिसको भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने साकार किया।
डॉ साहब हमेशा से मां भारती की सेवा, लोककल्याण और कमजोर वर्ग के उत्थान की दिशा दिखाते आपके प्रखर विचार, चिंतन, सर्वांगीण विकास हेतु मार्गदर्शन गौरवशाली भारत के निर्माण के आधार रहे। आज की गोष्ठी में विनोद त्यागी, सुशील शर्मा, नबाब चौधरी, प्रज्ञा पाठक, राजवीर उपाध्याय, उमेश भाटी, मनोज प्रधान, संतोष सिंह, बच्चे लाल सिंह, शालिनी पाठक, रिंकू भाटी, ओमवीर जाटव, प्रदीप बैरागी आदि कार्यकर्ता मौजूद रहें