शहर में होगा कवि प्रीमियर लीग का आयोजन, तीन दिवसीय आयोजन में जुटेंगे साहित्यकार, चिंतक और कविगण

kavi sammelan meida

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ऋषि तिवारी


नोएडा। भारतीय साहित्य और संस्कृति के ऐतिहासिक क्षणों में एक और स्वर्णिम अध्याय जुड़ने जा रहा है। ललित फाउंडेशन अपने भव्यतम आयोजन — चतुर्थ राष्ट्रीय अधिवेशन “अभिव्यंजना एवं कवि प्रीमियर लीग” का आयोजन 19 जुलाई से 21 जुलाई 2025 तक गौर सरोवर प्रीमियर, नोएडा एक्सटेंशन में कर रहा है। शुक्रवार को सेक्टर 29 स्थित नोएडा मीडिया क्लब में ललित फाउंडेशन के पदाधिकारियों ने प्रेसवार्ता कर यह जानकारी साझा की,उन्होंने बताया की यह आयोजन साहित्य, कविता और सृजनशीलता को समर्पित भारत के सबसे अनूठे आयोजनों में से एक माना जा रहा है।

विशिष्ट अतिथियों की रहेगी गरिमामयी उपस्थिति
इस आयोजन की भव्यता और गरिमा को चार चाँद लगाने के लिए देश के महानतम साहित्यकार, चिंतक और कविगण एक साथ एक ही मंच पर उपस्थित हो रहे हैं। कई बड़े चेहरे मुख्य अतिथि के रूप में कार्यक्रम की शोभा बढ़ाएंगे जिसमें पूर्व राज्यपाल,वरिष्ठ नेता और समाजसेवी कलराज मिश्र,अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त कवि वक्त और युवाओं के प्रेरणाश्रोत डॉ कुमार विश्वास,हास्य व्यंग के शिखर कवि पद्मश्री डॉक्टर अशोक चक्रधर, विश्व विख्यात हास्य कवि पद्मश्री डॉ सुरेंद्र शर्मा एवं वीर रस के अप्रतिम कवि डॉ हरिओम पवार आदि मौजूद रहेंगे।

कवि प्रीमियर लीग में यह होगा ख़ास
यह अधिवेशन केवल एक कवि सम्मेलन नहीं, बल्कि एक बहुआयामी साहित्यिक उत्सव है। कार्यक्रम के अंतर्गत निम्न प्रमुख आयोजन सम्मिलित होंगे: कवि प्रीमियर लीग – भारत का पहला काव्य मंच जहां कविता को खेल की स्पर्धा के रूप में प्रस्तुत किया जाएगा। अभिव्यंजना – कविता, गद्य, नाटक, गीत, लोककला एवं विचार विमर्श का साझा मंच। काव्य गोष्ठियाँ एवं संवाद सत्र – युवाओं, नवोदित रचनाकारों और प्रबुद्ध लेखकों के बीच सार्थक विमर्श। साहित्य सम्मान समारोह – विशिष्ट साहित्यसेवियों और रचनाकारों का सम्मान। बुक लॉन्च, पोस्टर प्रदर्शनी और लाइव स्टोरी टेलिंग से भरपूर कार्यक्रम।

प्रेस वार्ता की दौरान ललित फाउंडेशन के संस्थापक अमित शर्मा ने आयोजन की जानकारी देते हुए कहा की यह केवल एक साहित्यिक आयोजन नहीं, बल्कि यह विश्वस्तरीय साहित्यिक चेतना का नवप्रवर्तन है। ‘अभिव्यंजना एवं कवि प्रीमियर लीग’ साहित्य को जन-जन तक पहुँचाने का एक प्रभावशाली माध्यम बन चुका है। वहीं राष्ट्रीय अध्यक्ष कुशल कुशलेंद्र ने बताया की यह तीन दिवसीय यह अधिवेशन न केवल साहित्यकारों का, बल्कि हर संवेदनशील नागरिक का मंच है। यह साहित्य के प्रति समर्पण और सांस्कृतिक पुनर्जागरण का प्रतीक बन चुका है। वहीं राष्ट्रीय महामंत्री पीयूष मालवीय ने कहा कि साहित्यकारों को स्वास्थ्य के प्रति सजग रहने का संदेश देने वाला यह विशेष आयोजन पूरे देश के साहित्यकारों के मध्य चर्चा का विषय बना हुआ है। कार्यक्रम में कला, साहित्य, खेल, राजनीति व पत्रकारिता जगत से जुड़ी कई हस्तियां होंगी शामिल।

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