अब तक ना जाने कितनी माता बहनों को उनके परिवार तक सही सलामत पहुँचवा चुके है युवा समाजसेवी सोनू राणा

संदिप कुमार गर्ग
भीड, भागदोड़ और सवेदेंनहीन होती इस दुनिया में जहां लोग वक्त की रफ़्तार में अपनो को भूल जाते है वहाँ एक युवा एसा भी है उन्हें अपनाकर जिनका कोई नहीं होता उनको गले लगाकर उनकी पूरी अंतिम समय तक सेवा करता है।धन्य है वो माँ जिसने एसे वीर सपुत्र को जन्म दिया जो अपनी जान की परवाह किए बिना उन लोगो की सेवा करता है जिनका इस संसार में कोई नहीं इस युवा का नाम सोनू राणा है जो की नोएडा का निवासी है और ये युवा समाजसेवा के साथ साथ राजनीति में भी काफ़ी सक्रिय है उन्होंने इतनी छोटी सी उम्र में अपने नाम की एक अलग पहचान बना रखी है।
जहां इस उम्र में युवा ग़लत चीज के आदि होते है ।वहाँ ये युवा उनके लिए एक प्रेणास्रोथ भी की इस उम्र में ना जाने ये कितनी माता बहनों की सेवा करता है युवाओ को सिख लेनी चाहिए एसे युवाओ से जो समाज के लिए देश के लिए इतना अच्छा कार्य कर रहे है ।ये युवा सोनू राणा अब तक कई बेशहरा बहनो का अंतिम संस्कार भी कर चुके है ।जहां लोग अपनो को कंधा देने में शर्माआते है वहाँ ये युवा उनका बेटा बन उनकी पूरी अंतिम क्रिया करता है।ये युवा एक एसी संस्था के लिए कार्य करता है जो अपनी सेवा के लिए पूरे देश में प्रसिद्ध है।ये कहावत बिलकुल सत्य है कि अच्छा कर्म करने के लिए उम्र की नहीं मन के भाव की आवश्यकता है सेल्यूट है एसी युवा शक्ति को एसी सोच को जो अपने लिए नहीं समाज और देश के लिए जीता है