सुरेन्द्र दुआ संवाददाता
नूह। मुख्यमंत्री मनोहरलाल भय-भ्रष्टाचार मुक्त शासन देने के लिए दिन-रात एक किए हुए हैं और प्रदेशवासियों को भी उम्मीद जगी है कि सरकारी अफसरों व उनके कर्मचारियों की कथिततौर से मनमानी पर इससे अंकुश लग रहा है। जिलावासी सोशल मीडिया, मुख्यमंत्री खिडक़ी आदि पर अपनी शिकायत दर्ज कर भ्रष्ट अधिकारियों-कर्मचारियों की शिकायत दर्ज करा रहे हैं।
इसी तरह जिला उपायुक्त अजय कुमार ने भी प्रेस के जरिए जिला के अधिकारियों को सुबह 11 बजे से 1 बजे तक जनता दरबार लगाकर शिकायतकर्ताओं की समस्याओं का समाधान कर इंसाफ देने की बात पर जोर दे रखा हैं। जबकि जिला लोक परिवाद की मासिक बैठक की अध्यक्षता के दौरान सहकारिता मंत्री डा0 बनवारीलाल भी जिला के अधिकारियों से लोगों की शिकायत सुनने और उनका समय सीमा में समाधान करने का फरमान जारी किया हुआ हैं। लेकिन जिला के कई भ्रष्ट अधिकारी व कर्मचारी जिला उपायुक्त आदि की नीतियों पर पलीता लगा रहे हैं। इससे लोगों में नाराजगी पनप रही हैं।
उधर, दूसरी तरफ अखिल भारतीय किसान सभा के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य कामरेड काले खां समेत अन्य सामाजिक लोगों ने गत दिनों विकास एवं पंचायत मंत्री देवेन्द्र सिंह बबली को भी साईबर जिला गुरूग्राम में एक ज्ञापन के जरिए जिला की अहम समस्याओं व अधिकारियों की मनमानी का मामला उनके संज्ञान में लाये थे।
गांव सबरस में संगठन की हुई बैठक के दौरान उन्होंने कहा कि जिला के कई भ्रष्ट अधिकारी व उनके कर्मचारियों की कथित मनमानी व लोगों की शिकायत ना सुनने का शिकायतकर्ता शिकार हो रहे हैं और इससे शिकायतकर्ताओं को इंसाफ न मिलने से नाराजगी पनप रही हैं। उन्होंने बताया कि सरकार ने बिजली बिलों में सरचार्ज माफी का ऐलान कर रखा हैं।
उन्होंने आरोप लगाकर कहा कि बिजली अधिकारी व उनके कर्मचारी उपभोक्ताओं को माफी योजना का लाभ देने की बजाये यह कहकर बैरंग लौटा रहे हैं कि अभी तक उनके पास इसकी कोई सरकारी चिठठी नहीं पहुंची हैं। उन्होंने सरकार से ऐसे भ्रष्ट अधिकारियों व उनके कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर बाहर का रास्ता दिखाने की फरियाद की हैं।