ऋषि तिवारी
नोएडा। इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज (आईएमएस) नोएडा में तीन दिवसीय कार्यशाला का आयोजन हुआ। बृहस्पतिवार को कार्यक्रम के पहले दिन सॉफ्ट स्किल ट्रेनर नील पणिक्कर ने छात्रों के साथ अपना विचार साझा किया। वहीं कार्यक्रम के दौरान छात्रों को कैंपस प्लेसमेंट, वॉक-इन-इंटरव्यू और उच्च शिक्षा में प्रवेश के लिए सॉफ्ट स्किल की प्रासंगिकता पर विशेष जोर दिया गया।
कार्यशाला की शुरुआत करते हुए आईएमएस के महानिदेशक प्रो.(डॉ.) विकास धवन ने कहा कि प्रभावी संचार, टीम वर्क, आत्मविश्वास एवं समस्याओं का समाधान की क्षमता ही आपको सफल लीडर बनाता है। हमारा उद्देश्य छात्रों को केवल शैक्षिक ज्ञान ही नहीं, बल्कि उन्हें उन कौशलों से युक्त करना है, जो उन्हें वास्तविक दुनिया में सफलता दिला सकें। वहीं बीबीए के विभागाध्यक्ष डॉ. रमेश कुमार ने बताया कि सत्र के दौरान छात्रों को सॉफ्ट स्किल्स के महत्व और उनके वास्तविक जीवन में उपयोग पर मार्गदर्शन दिया गया। यह कार्यशाला विशेष रूप से छात्रों के करियर विकास और उद्योग जगत की मांगों को ध्यान में रखते हुए आयोजित की गई।
कार्यशाला के दौरान नील पणिक्कर ने बताया कि आज की प्रतिस्पर्धात्मक दुनिया में सॉफ्ट स्किल्स ही वह कारक हैं, जो छात्रों को दूसरों से अलग और बेहतर बनाता है। प्रतिस्पर्धा के वर्तमान माहौल में सॉफ्ट स्किल्स का महत्व लगातार बढ़ता जा रहा है। चाहे वह नौकरी के लिए इंटरव्यू हो या फिर उच्च शिक्षा के लिए दाखिला, इन कौशलों का विकास छात्रों को एक कदम आगे बढ़ाने में मदद करता है। कार्यक्रम के दौरान नील पणिक्कर ने 15 छात्रों के अलग-अलग ग्रुप बनाकर मॉक जीडी का भी आयोजन किया।