श्रीराम कथा में श्रीराम जानकी विवाह प्रसंग का किया वर्णन

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ऋषि तिवारी


नोएडा। नोएडा मंगलवार को सेक्टर 82 स्थित ईडब्ल्यूएस पॉकेट 7 में आयोजित श्रीराम कथा के तीसरे दिन कथा व्यास महामंडलेश्वर स्वामी पंचमानंद महाराज ने भगवान राम की बाल लीलाओं , विश्वामित्र यज्ञ रक्षा, अहिल्या उद्धार एवं श्रीराम विवाह आदि प्रसंगों का सुंदर वर्णन किया। विश्वामित्र जी वन में यज्ञ करते हैं लेकिन राक्षस उनके यज्ञ में बाधा डालकर उसको पूर्ण नहीं होने देते हैं । विश्वामित्र जी ध्यानस्थ होकर देखते है तो उन्हें पता चलता है कि दशरथ पुत्र राम स्वयं विष्णु अवतार हैं और उनके बिना राक्षसों का संघार नहीं हो सकता है। दशरथ जी से राम ,लक्ष्मण को यज्ञ की रक्षा के लिए मांगते है। भगवान राम रास्ते में तड़का जैसी भयंकर राक्षसी का वध कर देते हैं साथ ही अन्य राक्षसों का वध कर यज्ञ को पूर्ण करवाते हैं। मुनि विश्वामित्र के साथ जाते समय रास्ते में गौतम ऋषि के श्रापवश पाषाण शिला बनी अहिल्या का अपनी चरण रज से उद्धार करते हैं। जनकपुरी पहुंचने पर मुनि समेत दोनों भाइयों का जनक जी द्वारा सत्कार किया जाता है। जनक जी अपनी प्रतिज्ञा से सभी को अवगत कराते हैं कि जो भी शिव धनुष को तोड़ेगा उसी के साथ जानकी का विवाह होगा। देश देशांतर के राजा धनुष नहीं तोड़ पाए । भगवान राम के छूते ही धनुष टूट गया और जानकी जी ने राम जी के गले में वरमाला डाल देती हैं।

आरडब्ल्यूए अध्यक्ष राघवेंद्र दुबे ने बताया कि 8 मई को राम राज्याभिषेक की तैयारी, राम वनवास, केवट संवाद आदि प्रसंगों का सुंदर वर्णन कथा व्यास द्वारा किया जाएगा। इस अवसर पर देवमणि शुक्ल , रवि राघव, गोरे लाल, संजय पांडेय, हरि सिंह, ब्रिजेन्द्र सिंह, संजय शुक्ला, रमेश चंद शर्मा, विश्वनाथ त्रिपाठी, विष्णु शर्मा, रमेश वर्मा, नीरज शर्मा, गौरव, पप्पू सिंह, जितेंद्र सतपति, संजय शुक्ला,उमाकांत त्रिपाठी, हंसमणि शुक्ला, विकास शर्मा, रविंद्र कुमार , देवेंद्र गुप्ता, बहादुर चौहान, उदयराम , रमेश दास, अंगद सिंह तोमर, राजेश गुप्ता , सुशील पाल , सर्वेश तिवारी, सी एल तिवारी, राजवीर सिंह, धर्मेंद्र सिंह,अनूप सिंह, दीपक तिवारी, शिव चौधरी, संगम प्रसाद मिश्र, उत्तम चंद्रा, विकास कुमार, अंजनी कुमार सिंह, राकेश कुमार, विनय त्रिवेदी सहित तमाम सेक्टरवासी भक्त मौजूद रहे।

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