ऋषि तिवारी
ग्रेटर नोएडा। 28 अगस्त 2024 को शाम करीब 7:45 बजे सरस्वती इन्कलेव कुलेसरा में स्थित एक मकान में डकैती की वारदात को अंजाम दिया गया था। इस घटना में वादी के घर में घुसकर करीब 10,000 रुपये नकद और कीमती ज्वैलरी की लूट ली गई। जब वादी अचानक मौके पर पहुंच गया तो आरोपियों ने अपने साथियों के साथ मिलकर उसे तमंचा और चाकू दिखाकर डराया। उस दौरान पुलिस ने डकैती को लूट में तब्दील कर दिया और कहा कि वारदात के समय पीड़ित परिवार भी घर में नहीं था।
एडिशनल डीसीपी हृदेश कटारिया ने बयान जारी करते हुए कहा था कि लूट के वक्त 4 बदमाश मौके पर मौजूद थे। जिनमें से एक बदमाश निगरानी कर रहा था और तीन बदमाशों ने लूट की वारदात को अंजाम दिया था। लेकिन अब इसमें हैरान कर देने वाला खुलासा हुआ है। पुलिस उस वारदात को लूट बताती रही और अब खुलासे के वक्त डकैती बता रही है। अब पुलिस ने कहा है कि एक गैंग है, जिसमें 7-8 सदस्य हैं। गिरफ्तारी के दौरान पुलिस ने बदमाशों के कब्जे से 2 अवैध तमंचे, 4 जिंदा और 2 खोखा कारतूस, घटना में इस्तेमाल बाइक, स्विफ्ट डिजायर कार , 39,700 रुपये कैश और करीब 2 तोला गला हुआ सोना बरामद किया।
बता दे कि डीसीपी शक्ति मोहन अवस्थी ने बताया है कि गौतमबुद्ध नगर जिले के थाना इकोटेक-3 के अंतर्गत एक संगठित गिरोह द्वारा डकैती की घटना को अंजाम देने के बाद पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए दो शातिर बदमाशों को गिरफ्तार किया है। यह गिरोह 8-10 सदस्यों का एक संगठित समूह है, जो अलग-अलग स्थानों पर रैकी करके एकांत में बने घरों को निशाना बनाता है। गिरोह के सदस्य अलग-अलग जिलों में भी बंद पड़े मकानों की रैकी कर चोरी और लूट की घटनाओं को अंजाम देते हैं।
डीसीपी ने बताया कि गिरोह के सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस द्वारा एक विशेष टीम गठित की गई। जिसने संयुक्त चेकिंग अभियान चलाया। इसी दौरान पुलिस ने मोटरसाइकिल पर सवार होकर आ रहे दो बदमाश आमिर और दिलशाद को रोकने का प्रयास किया, लेकिन उन्होंने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने दोनों को घायल कर दिया और उन्हें मौके पर ही हिरासत में ले लिया। मुठभेड़ के दौरान इनके अन्य साथी मौके से फरार हो गए। अन्य बदमाश दूसरी कार में सवार थे। पुलिस अब उनकी तलाश कर रही है।