ऋषि तिवारी
नई दिल्ली। डी ए वी खेल प्रतियोगिताओं का आरंभ ध्यान चंद स्टेडियम में उत्साह व रोमांच के साथ हुआ। जिसमें २२ प्रांतों के ३० खेलों में १९,०००० प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया । जिसका शुभारंभ मुख्य अतिथि पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित डी ए वी संस्थान के अध्यक्ष श्री पूनम सूरी जी के कर कमलों से हुआ ।डॉ वी सिंह ( उत्तर प्रदेश विद्यालयों के निर्देशक) ने डी ए वी संस्थान के अध्यक्ष एवं आर्य प्रादेशिक प्रतिनिधि सभा अध्यक्ष श्री पूनम सूरी जी एवं विशिष्ट अतिथियों उपाध्यक्ष डी ऐवीसीएमसी ,प्रबोध महाजन, डायरेक्टर एकेडेमिक्स डॉ निशा पेशिन ,डी ए वी संस्थान के डायरेक्टर एडमिन ब्रिगेडियर ए के अधलखा का फूलों द्वारा स्वागत से हुआ। तत्पश्चात् डी ए वी गान गाकर डी ए वी संस्थान की गरिमा को नमन किया गया ।
उसके बाद वी. सिंह ने मुख्य अतिथि पूनम सूरी के महत्वपूर्ण योगदान की सराहना की एवं विशिष्ट अतिथि एवं अन्य गणमान्य व्यक्तियों को संबोधित करते हुए उनका स्वागत किया । पैरालंपिक विजेताओं को बधाई देते हुए उनके अदम्य साहस और उत्साह की सराहना की तत्पश्चात् मुख्य अतिथि ने अन्य माननीय अतिथियों के साथ मिलकर राष्ट्र स्तरीय खेल ध्वजारोहण किया । डी ए वी संस्थान की संपूर्ण भारत में फैली सांस्कृतिक एकता को दर्शाती हुई क़दमताल करती खिलाड़ियों की टुकड़ियाँ निकलीं । तदुपरांत प्रांगण में मुख्य प्रतिभागी धावकों ने मशाल लेकर मैदान का चक्कर लगाकर मुख्य अतिथि श्री पूनम सूरी जी को मशाल सौंपी । तत्पश्चात् उन्होंने उपस्थित सभी अतिथियों के साथ मिलकर मशाल प्रज्ज्वलित की व विशाल मैदान मिले सुर मेरा तुम्हारा से गूँज। ।तत्पश्चात् मेजर ध्यानचंद जी के पुत्र अर्जुन पुरस्कार विजेता श्री अशोक ध्यान चंद जी ने खिलाड़ियों को शपथ ग्रहण करवाई ।उन्होंने सभी खिलाड़ियों को नियम पालन और अनुशासित आचरण करने की शपथ दिलाई । खेल जगत के चमकते सितारों का शॉल व उपहार देकर सम्मानित किया गया।
। डी ए वी संस्थान के अध्यक्ष एवं कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री पूनम सूरी जी ने माननीय अतिथियों व पैरालंपिक विजेताओं, अर्जुन पुरस्कार विजेता शाइनी विल्सन का अभिनंदन किया । उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के मिशन फ़िट इंडिया से प्रेरित होकर इस खेल प्रतियोगिता के आयोजन द्वारा छात्रों को मानसिक एवं शारीरिक रूप से स्वयं रखने का दायित्व निभाने का प्रयास किया । तत्पश्चात् कार्यक्रम संचालक श्री वी. सिंह व उनके नेतृत्व में सभी प्रतिभागी विद्यालयों के प्रधानाचार्यों की कर्मठता की भूरि भूरि प्रशंसा की । जिन्होंने दिन-रात अथक परिश्रम से कार्य क्रम को सफल बनाने का बीड़ा उठाया ।विभिन्न डी ए वी के विद्यालयों को प्रोत्साहित किया , जिन्होंने इस प्रतिस्पर्धा के सफल आयोजन में सक्रिय भूमिका निभाई ।विभिन्न राज्यों से आए खिलाड़ियों को संबोधित करते हुए खेलों को खेल भावना से खेलने की बात पर अधिक बल दिया गया ।
खेल-प्रतियोगिता की आरंभ – प्रक्रिया में प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए उनका मनोबल बढ़ाया । विभिन्न प्रांतों के प्रमुख नृत्यों की प्रस्तुति न केवल मुख्य आकर्षण का केंद्र बनी बल्कि सांस्कृतिक एकता का भी विलक्षण उदाहरण बनी।अंत में मुख्य अतिथि श्री पूनम सूरी जी ने प्रतियोगिता आरंभ करने की घोषणा की । विभिन्न प्रतियोगिताएँ अंडर -14, अंडर -17, अंडर -19 तीन स्तरों पर आयोजित की गई । जिसमें लड़कों के लिए तैराकी , एथलेटिक्स, जूडो, कब्बडी, क्रिकेट, फुटबॉल, ताईक्वान्डो, शतरंज , वुशु आदि प्रतिस्पर्धाएँ खेल गाँव में आयोजित की गई हैं। लड़कियों के लिए तैराकी , एथलेटिक्स, जूडो, कब्बडी, क्रिकेट, फुटबॉल, ताईक्वान्डो, शतरंज ,वुशु , बैडमिंटन , हैंडबाल, वॉलीबॉल, खो-खो , स्केटिंग,तीरंदाज़ी, कुश्ती, लॉन टेनिस, रस्सीकूद, टेबल टेनिस, योगा,मुक्केबाज़ी, भारोत्तोलन, आदि प्रतिस्पर्धाओं का आयोजन नोयडा स्टेडियम में किया गया।