रांची। झारखंड लोकसेवा आयोग के अध्यक्ष रह रहे आईपीएस अधिकारी अमिताभ चौधरी का निधन हो गया है। वह राजधानी रांची के सेंटेविटा अस्पताल में भर्ती थे और इंजीनियरिंग स्टूडेंट्स से आईपीएस और फिर बीसीसीआई तक का सफर तय करने वाले अमिताभ चौधरी किसी पहचान के मुहताज नहीं रहे।
अमिताभ चौधरी ने 1984 में आइआइटी खड़गपुर से बीटेक की डिग्री हासिल की और इसके बाद 1985 में आईपीएस बने. इन्होंने यूपीएससी की परीक्षा में इतिहास और भूगोल विषय को ऑप्शनल पेपर में रखा था। पहले ही प्रयास में इन्होंने परीक्षा पास की और आईपीएस श्रेणी में पूरे भारत में द्वितीय स्थान प्राप्त किया था। इन्हें बिहार कैडर मिला था और श्री चौधरी 1997 में रांची के एसएसपी बनाये गये। अलग राज्य बनने के बाद अपनी क्षमता, सूझबूझ व बेहतर टीम की बदौलत इन्होंने रांची की जनता के बीच से अपराधियों का खौफ खत्म किया, जिसे लोग आज भी याद करते हैं।
अमिताभ चौधरी का व्यक्तित्व उपलब्धियों से भरा रहा है. वे जमशेदपुर में साल 2000 में एसपी रह चुके हैं. बतौर पुलिस अधिकारी इनकी उपलब्धि की बात करें तो इनके नेतृत्व में कुख्यात अपराधी सुरेंद्र बंगाली और अनिल शर्मा की गिरफ्तारी हुई। उन्होंने गृह विभाग में विशेष सचिव (एडीजी रैंक) के पद से वीआरएस लिया था।