ऋषि तिवारी
पश्चिम दिल्ली के उत्तम नगर, मोहन गार्डन, नवादा, जैन रोड, बुध बाजार रोड़,रामा पार्क रोड़, संजिवनी पब्लिक स्कूल रोड़, पिपल चौक रोड़, डीके रोड़, गुरुद्वारा रोड़ जैसे अनेक रोड़ ऐसे है जिसकी हालात सहीं नहीं है। इन सड़कों पर चलने वाले लोगों की मुश्किलें की कम नहीं हो रही है। क्योंकि इन सड़को पर कई सालों से मरम्मत का कार्य नहीं किया गया है। जिससे देखा जाए इमरजेंसी होने पर गाड़ी ले जाना समस्या बनी हुई है।
बता दे कि पश्चिम दिल्ली के गली मोहल्लों के रोड़ो ही हालात इतनी खराब है कि यहां पर आये दिन रोड़ खराब होते ही चले जा रहे है। देखा जाए तो लोगों को रोज आने जाने में तकलीफों का सामना करना पड़ता है जिससे राहगीरों को आने जाने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है स्थानीय लोगों ने इस सड़क मरम्मत के लिए कई बार आप पार्टी एमएलए नरेश बाल्यान व जनप्रतिनिधियों से गुहार लगाई है। लेकिन इस पर कोई कार्य नहीं किया गया है। अफसर सिर्फ कागजी कार्रवाई कर रहे हैं। राहगीरों की परेशानी से इन्हें कोई सरोकार नहीं है। यह तस्वीर अफसरों को हकीकत का आईना दिखा रही है।
देखा जाए तो सड़क की हालात इतनी खराब हो गई है कि थोड़ी सी चूक हुई तो दुर्घटना तय है। कटी सड़कों से लोगों की जान भी जा सकती है। इसके बाद भी जिम्मेदार इन सड़कों को चलने लायक बता रहे हैं। इन सड़कों पर रोज चार जिले बालोद, दुर्ग, धमतरी व राजनांदगांव के एक लाख से अधिक लोग आना-जाना कर रहे हैं। इसके बाद भी विभाग खस्ताहाल सड़कों की सुध नहीं ले रहा है। यहां तक कि गड्ढों को भरा तक नहीं जा रहा है। गौरतलब है कि दो से तीन किलोमीटर डामरीकरण सड़क निर्माण के लिए औसतन एक करोड़ रुपए खर्च किया गया। इसके बाद भी उखड़ी सड़कों ने घटिया निर्माण की पोल खोल दी है। सड़कों पर कहीं डामर उखड़ गए हैं तो कहीं गिट्टी फैल गई है।