सुरेन्द्र दुआ संवाददाता
नूंह। जिला में इस वर्ष अगस्त माह में बरसात कम होने से किसानों के अलावा प्रशासन की भी चिंता बढ़ाकर रख दी हैं। किसानों व कृषि विभाग की माने तो गत वर्षो के आंकड़ों पर नजर दौड़ाई जाए तो इस वर्ष अन्य वर्षों की अपेक्षा बारिश कम हुई हैं। वहीं, दूसरी तरफ जिला के तालाबों, खालों, नहरों, जोहडों व ढेहरों आदि के अलावा जल संचय की बनी जगहों पर भी पानी एकत्रित न होने से जिला का भूमिगत जल स्तर गिर रहा है।
पप्पू सबरसिया, अजय यादव , फारूख, फकरू, अजरूदीन, अरसद, रामकिशन, टीकम उजीना, रणबीत सिंह, विनोद शर्मा, होराम, रामसिंह, अली मोहममद आकेडा व मनीष आदि समेत जिला के किसानों का कहना है कि अगस्त माह में जिला में बारिश कम रही है खासकर पहाड़ नीचे के पुन्हाना, पिनगवा, नगीना व फिरोजपुर झिरका विकास खण्डों में बारिश की कमी रहने से खरीफ फसलों की बुआई अन्य वर्षों की अपेक्षा कम ही हैं। उन्होंने बताया कि इस बार नाले, खाले, ढेहरो, बांधों, तालाबों ,नहरों व जल संचय की जगहों में बारिश के पानी का जमावडा नहीं हो सका हैं। सायरे(राजस्थान) बांध में पानी एकत्रित न होने के अलावा चंदेनी(नूंह) ढेहर मे भी अन्य वर्षों केी अपेक्षा बारिश का पानी कम एकत्रित होने से भूमि का जल श्रोत पर सीधा असर पडऩे की संभावना बनी हुई हैं।
इस बारे में जिला के ए.एस.सी.ओ. कुलदीप सिंह से उनके मोबाईल पर बार-बार सम्पर्क करने पर घण्टी तो दनदनाती रही लेकिन कोई जवाब नहीं मिलने से उनका तर्क संगत नहीं हो सका हैं। वहीं,दूसरी तरफ उप मण्डल कृषि अधिकारी बीडी गौतम ने माना कि इस बार अन्य वर्षों की अपेक्षा अगस्त माह में बारिश कम हुई है और साथ ही कहा कि जिला के नगीना, पुन्हाना, पिनगवा व फिरोजपुर झिरका विकास खण्डों में बारिश का खिंचाव रहने से खरीफ की बिजाई भी कम हुई है।